बीमारी का बगैर दवाई भी इलाज़ है,मगर मौत का कोई इलाज़ नहीं दुनियावी हिसाब किताब है कोई दावा ए खुदाई नहीं लाल किताब है ज्योतिष निराली जो किस्मत सोई को जगा देती है फरमान दे के पक्का आखरी दो लफ्ज़ में जेहमत हटा देती है

Tuesday 10 September 2019

आज का पंचांग व राशिफल

अंतर्गत लेख:


ऊं नमः शिवाय शिवजी सदा सहाय
ऊं नमः शिवाय गुरुजी सदा सहाय
ऊं नमः श्री बालाजी सदा सहाय
✡☪🕉♋🔯☸✝

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~ *आज का श्री बालाजी पंचांग* ~
⛅ *दिनांक 11 सितम्बर 2019*
⛅ *दिन - बुधवार*
⛅ *विक्रम संवत - 2076
⛅ *शक संवत -1941*
⛅ *अयन - दक्षिणायन*
⛅ *ऋतु - शरद*
⛅ *मास - भाद्रपद*
⛅ *पक्ष - शुक्ल*
⛅ *तिथि - त्रयोदशी 12 सितम्बर प्रातः 05:06 तक तत्पश्चात चतुर्दशी*
⛅ *नक्षत्र - श्रवण दोपहर 02:00 तक तत्पश्चात धनिष्ठा*
⛅ *योग - अतिगण्ड शाम 06:38 तक तत्पश्चात सुकर्मा*
⛅ *राहुकाल - दोपहर 12:23 से दोपहर 01:55 तक*
⛅ *सूर्योदय - 06:25*
⛅ *सूर्यास्त - 18:44*
⛅ *दिशाशूल - उत्तर दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण -
💥 *विशेष - त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
        *अनंत चतुर्दशी* 🌷
🙏🏻 *गुरुवार, 12 सितंबर को दस दिवसीय गणेशोत्सव का अंतिम दिन है। इस दिन की गई गणेश पूजा से घर में सुख-समृद्धि यानी रिद्धि और सिद्धि का प्रवेश होता है। गणेशजी की कृपा से सभी दुख दूर हो जाते हैं। यहां 23 सितंबर के लिए खास उपाय...*
🌷 *ऐसे करें गणेश पूजा* 🌷
 *सुबह जल्दी उठें और स्नान के बाद गणेशजी की पूजा करें। पूजा में श्रीगणेश को सिंदूर, चंदन, जनेऊ, दूर्वा, लड्डू या गुड़ से बनी मिठाई का भोग लगाएं। धूप व दीप लगाकर आरती करें। पूजन में इस मंत्र का जप करें-*
🌷 *मंत्र- प्रातर्नमामि चतुराननवन्द्यमानमिच्छानुकूलमखिलं च वरं ददानम्।*
*तं तुन्दिलं द्विरसनाधिपयज्ञसूत्रं पुत्रं विलासचतुरं शिवयो: शिवाय।।*
*प्रातर्भजाम्यभयदं खलु भक्तशोकदावानलं गणविभुं वरकुञ्जरास्यम्।*
*अज्ञानकाननविनाशनहव्यवाहमुत्साहवर्धनमहं सुतमीश्वरस्य।।*
🙏🏻 *इस मंत्र का अर्थ यह है कि मैं ऐसे देवता का पूजन करता हूं, जिनकी पूजा स्वयं ब्रह्मदेव करते हैं। ऐसे देवता, जो मनोरथ सिद्धि करने वाले हैं, भय दूर करने वाले हैं, शोक का नाश करने वाले हैं, गुणों के नायक हैं, गजमुख हैं, अज्ञान का नाश करने वाले हैं। मैं शिव पुत्र श्री गणेश का सुख-सफलता की कामना से भजन, पूजन और स्मरण करता हूं।*
🌷 *लक्ष्मी-विनायक मंत्र का जप करें* 🌷
*दन्ताभये चक्र दरो दधानं, कराग्रस्वर्णघटं त्रिनेत्रम्।*
*धृताब्जया लिंगितमब्धिपुत्रया लक्ष्मी गणेशं कनकाभमीडे।।*
*श्रीं गं सौम्याय गणपतये वर वरदे सर्वजनं में वशमानय स्वाहा।।*
 🙏🏻 *यदि आप लक्ष्मी कृपा चाहते हैं तो पूजा में इस लक्ष्मी-विनायक मंत्र का जप कम से कम 108 बार करें। मंत्र जप के लिए कमल के गट्‌टे की माला का उपयोग करना चाहिए।*
💥 *ध्यान रखें मंत्र का जप सही उच्चारण के साथ करना चाहिए।*
 ➡ *यदि आप इस मंत्र का जप नहीं कर पा रहे हैं तो इन सरल मंत्रों का जप कर सकते हैं।*
🌷 *श्रीगणेश मंत्र- ॐ महोदराय नम:। ॐ विनायकाय नम:।*
🌷 *महालक्ष्मी मंत्र- ॐ महालक्ष्म्यै नम:। ॐ दिव्याये नम:*
      *अनंत चतुर्दशी* 🌷
➡ *12 सितम्बर 2019 गुरुवार को अंनत चतुर्दशी है ।*
🙏🏻 *भाद्रपद मास के शुक्लपक्ष की चतुर्दशी को अनन्त चतुर्दशी कहा जाता है। इस दिन अनन्त भगवान की पूजा करके संकटों से रक्षा करने वाला अनन्तसूत्र बांधा जाता है।*
🙏🏻 *कहा जाता है कि जब पाण्डव जुएं में अपना सारा राज-पाट हारकर वन में कष्ट भोग रहे थे, तब भगवान श्रीकृष्ण ने उन्हें अनन्तचतुर्दशी का व्रत करने की सलाह दी थी। धर्मराज युधिष्ठिर ने अपने भाइयों तथा द्रौपदी के साथ पूरे विधि-विधान से यह व्रत किया तथा अनन्तसूत्रधारण किया। अनन्तचतुर्दशी-व्रत के प्रभाव से पाण्डव सब संकटों से मुक्त हो गए।**व्रत-विधान-व्रतकर्ता प्रात:स्नान करके व्रत का संकल्प करें। शास्त्रों में यद्यपि व्रत का संकल्प एवं पूजन किसी पवित्र नदी या सरोवर के तट पर करने का विधान है, तथापि ऐसा संभव न हो सकने की स्थिति में घर में पूजागृह की स्वच्छ भूमि पर कलश स्थापित करें। कलश पर शेषनाग की शैय्यापर लेटे भगवान विष्णु की मूर्ति  अथवा चित्र को रखें। उनके समक्ष चौदह ग्रंथियों (गांठों) से युक्त अनन्तसूत्र (डोरा) रखें। इसके बाद “ॐ अनन्तायनम:” मंत्र से भगवान विष्णु तथा अनंतसूत्र की षोडशोपचार-विधिसे पूजा करें। पूजनोपरांत अनन्तसूत्र को मंत्र पढकर पुरुष अपने दाहिने हाथ और स्त्री बाएं हाथ में बांध लें-*
🌷 *अनंन्तसागर महासमुद्रे मग्नान्समभ्युद्धर वासुदेव।*
*अनंतरूपे विनियोजितात्माह्यनन्तरूपाय नमो नमस्ते॥*
🙏🏻 *अनंतसूत्र बांध लेने के पश्चात किसी ब्राह्मण को नैवेद्य (भोग) में निवेदित पकवान देकर स्वयं सपरिवार प्रसाद ग्रहण करें। पूजा के बाद व्रत-कथा को पढें या सुनें। कथा का सार-संक्षेप यह है- सत्ययुग में सुमन्तु नाम के एक मुनि थे। उनकी पुत्री शीला अपने नाम के अनुरूप अत्यंत सुशील थी। सुमन्तु मुनि ने उस कन्या का विवाह कौण्डिन्यमुनि से किया। कौण्डिन्यमुनि अपनी पत्नी शीला को लेकर जब ससुराल से घर वापस लौट रहे थे, तब रास्ते में नदी के किनारे कुछ स्त्रियां अनन्त भगवान की पूजा करते दिखाई पडीं। शीला ने अनन्त-व्रत का माहात्म्य जानकर उन स्त्रियों के साथ अनंत भगवान का पूजन करके अनन्तसूत्र बांध लिया। इसके फलस्वरूप थोडे ही दिनों में उसका घर धन-धान्य से पूर्ण हो गया।*
🌷 *कथा*
🙏🏻 *एक दिन कौण्डिन्य मुनि की दृष्टि अपनी पत्नी के बाएं हाथ में बंधे अनन्तसूत्र पर पडी, जिसे देखकर वह भ्रमित हो गए और उन्होंने पूछा-क्या तुमने मुझे वश में करने के लिए यह सूत्र बांधा है? शीला ने विनम्रतापूर्वक उत्तर दिया-जी नहीं, यह अनंत भगवान का पवित्र सूत्र है। परंतु ऐश्वर्य के मद में अंधे हो चुके कौण्डिन्यने अपनी पत्नी की सही बात को भी गलत समझा और अनन्तसूत्रको जादू-मंतर वाला वशीकरण करने का डोरा समझकर तोड दिया तथा उसे आग में डालकर जला दिया। इस जघन्य कर्म का परिणाम भी शीघ्र ही सामने आ गया। उनकी सारी संपत्ति नष्ट हो गई। दीन-हीन स्थिति में जीवन-यापन करने में विवश हो जाने पर कौण्डिन्यऋषि ने अपने अपराध का प्रायश्चित करने का निर्णय लिया। वे अनन्त भगवान से क्षमा मांगने हेतु वन में चले गए। उन्हें रास्ते में जो मिलता वे उससे अनन्तदेवका पता पूछते जाते थे। बहुत खोजने पर भी कौण्डिन्यमुनि को जब अनन्त भगवान का साक्षात्कार नहीं हुआ, तब वे निराश होकर प्राण त्यागने को उद्यत हुए। तभी एक वृद्ध ब्राह्मण ने आकर उन्हें आत्महत्या करने से रोक दिया और एक गुफामें ले जाकर चतुर्भुज अनन्तदेव का दर्शन कराया।*
🙏🏻 *भगवान ने मुनि से कहा-तुमने जो अनन्तसूत्र का तिरस्कार किया है, यह सब उसी का फल है। इसके प्रायश्चित हेतु तुम चौदह वर्ष तक निरंतर अनन्त-व्रत का पालन करो। इस व्रत का अनुष्ठान पूरा हो जाने पर तुम्हारी नष्ट हुई सम्पत्ति तुम्हें पुन:प्राप्त हो जाएगी और तुम पूर्ववत् सुखी-समृद्ध हो जाओगे। कौण्डिन्यमुनि ने इस आज्ञा को सहर्ष स्वीकार कर लिया। भगवान ने आगे कहा-जीव अपने पूर्ववत् दुष्कर्मो का फल ही दुर्गति के रूप में भोगता है।मनुष्य जन्म-जन्मांतर के पातकों के कारण अनेक कष्ट पाता है। अनन्त-व्रत के सविधि पालन से पाप नष्ट होते हैं तथा सुख-शांति प्राप्त होती है। कौण्डिन्यमुनि ने चौदह वर्ष तक अनन्त-व्रत का नियमपूर्वक पालन करके खोई हुई समृद्धि को पुन:प्राप्त कर लिया।*
आज का राशिफल
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मेष-आपको लंबे समय से पोषित सपने और परियोजना पर काम करने का अवसर मिल सकता है। आर्थिक रूप से आप बहुत अच्छा करेंगे और एक पुराना ऋण भी वसूल किया जा सकता है। आप भौतिक सुख प्राप्ति सम्बंधित वस्तुओं की ओर आकर्षित होंगे। विदेशी यात्रा भी अमल में आ सकती है। स्वैच्छिक कार्य, योग, ध्यान और कलात्मक कार्य आपको संतुष्टि प्रदान करेंगें । बच्चे गर्व और खुशी का स्रोत बनेंगे
वृष- रचनात्मक लोग जीवन में अच्छा करेंगे। अपनी कल्पना और रचनात्मकता आपको प्रगति में मदद करेगी। आपके द्वारा अपने आप को अद्भुत और अनूठे तरीकों से व्यक्त करना दूसरों को प्रभावित करेगा और आप दूसरों का ध्यान अपनी ओर खींच पाएंगे। नई परियोजनाएं शुरू की जा सकती हैं और वित्तीय लाभ प्राप्ति का भी प्रबल संकेत है। शेयरों में निवेश के लिए अच्छा समय है। अपने शौक को विकसित करने के लिए यह एक अच्छा समय है। भविष्य में यह आपके लिए लाभदायक भी साबित हो सकते हैं। पारिवारिक में कोई शुभ कार्य संपन्न हो सकते हैं।
मिथुन- खेल प्रेमियों को अपनी प्रतिभा दिखाने के अवसर मिलेंगे और वाहवाही भी मिलेगी। जटिल समस्या का समाधान भी पाया जा सकता है। प्रेम संबंध मज़बूत होंगे और एकलों के जीवन में प्रेम प्रवेश कर सकता है। लाभ होगा और पुराना भुगतान भी मिल सकता है। यात्रा आपको एक नए उद्यम में प्रगति करने में मदद करेगी।
कर्क- आज आपको वांछित परिणाम नहीं मिल सकते हैं। आपको विभिन्न स्तरों पर कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। आप भ्रमित रह सकते हैं। इस स्थिति  के कारण आप समय पर काम पूरा नहीं कर पाएंगे।इस समय संसाधनों की कमी के कारण कुछ रोकना पड़ सकता है। स्वास्थ्य आपकी  चिंता का कारण बन सकता है। उत्तरार्ध में हालात सुधरेंगे और कठिनाइयों का समाधान मिलेगा। आप अपने भाइयों, बहनों और दोस्तों के समर्थन और मदद से प्रगति करेंगे। आपकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा। आपकी सामाजिक छवि बढ़ेगी
सिंह- आज  भाग्य आपका साथ देगा। पहले आपके सामने आने वाली आज किसी समारोह में भागीदारी का मौका मिलेगा  कठिनाइयां अब गायब हो जाएंगी और रुके हुए काम भी प्रगति करेंगे। रचनात्मक खोज आपको आकर्षित करेगी। यदि आप लेखन, साहित्य, कला, फिल्म, टीवी, विज्ञापन आदि में शामिल हैं। आप नई परियोजनाओं पर काम करेंगे और आपके काम की सराहना भी होगी। इस संबंध में विदेशी यात्रा भी हो सकती है। आय स्थिर रहेगी और आप भौतिक सुखों की प्राप्ति के लिए धन भी खर्च करेंगे। आपको कुछ प्रभावशाली लोगों का सहयोग मिलेगा और अच्छी प्रगति होगी। पारिवारिक संबंध सामान्य रहेंगे और आप अपने जीवनसाथी के साथ सुखमय जीवन बितायेंगे
कन्या- आज बहुत से अच्छे समाचार आपका इंतज़ार कर रहें हैं। आपको प्रयत्न करने से सफलता मिलेगी, दफ़्तर में तारीफ़ होगी, परिवार से सहयोग मिलेगा। नए काम और नौकरी बदलने के लिए यह अच्छा वक़्त है। नौकरी ढूंढ़ने वालों को अच्छा परिणाम मिलेगा। परिवार  में खुशियां और सौभाग्य दस्तक देगा। प्रेम संबंधों में मर्यादित रहें क्योंकि ऐसा न करने पर रिश्तों में तनाव संभावित है। यदि आप विवाहित हैं तो इस समय आपको जीवनसाथी का भरपूर सहयोग मिलेगा ।तुला- आज मानसिक तनाव और विचारों में अस्थिरता बढ़ेगी। जिसके कारण निर्णय लेने में आप कठिनाई का अनुभव करेंगे। आय के मामले में दिन बेहतर रहेगा। आज अल्प प्रयास या बिना प्रयास के भी धन आने का योग बना हुआ है। भाग्य इस समय आपके साथ है अतः किसी नए कार्य को करने या योजना बनाने के लिए सही समय है। इस समय सिर्फ मन को नियंत्रित रखें और उसे भटकने ना दें,सफलता स्वयं आपकी प्रतीक्षा में है। अतः मन को नियंत्रित करके आगे बढ़ने का प्रयास करें। नौकरी वालों के लिए स्थिति बनी रहेगी।
वृश्चिक- आज आप दृढ़ निश्चय होकर पूरे लगन से अपने कार्यों को पूरा करेंगे, परिणाम सार्थक और सकारात्मक होगा। जीवनसाथी के साथ थोड़ा समय बिताएं, उसकी समस्यायों को ध्यान से सुनने और भावनाओं को बेहतर तरीके से समझने से संबंधों में प्रगाड़ता आएगी । आपके व्यक्तिगत जीवन में तनाव कम रहेगा और आप सामाजिक और पारिवारिक जीवन का पूर्ण आनंद उठा सकें। बच्चे सहयोग करेंगे, और माँ का आशीर्वाद मिलेगा।
धनु- इस समय लिए गए निर्णय आपको लाभ देंगे। यह एक नई साझेदारी या एसोसिएशन में प्रवेश करने का एक अच्छा समय है और इससे अच्छे लाभ प्राप्त होंगे। वित्तीय निर्णय निवेश के वांछित परिणाम प्रदान करेंगे और बचत भी हो सकती है। पारिवारिक जीवन जस का तस  रहेगा। कुछ के लिए प्रेम सम्बन्ध अधूरे है। अपने खान-पान और  दिनचर्या के प्रति सजग रहें।
मकर-आज आपकी रचनात्मकता चरम पर रहेगी। जो जातक कला, लेखन जैसे  रचनात्मक क्षेत्र  से जुड़े हैं, वह लोकप्रियता प्राप्त कर सकतें हैं । साहित्य, संगीत, टीवी, सिनेमा, फैशन आदि जुड़े जातकों को  अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा। व्यापारियों के लिए कुछ प्रतिष्ठित सौदें हो सकते हैं। आप में से कुछ महत्वपूर्ण कैरियर संबंधी निर्णय ले सकते हैं,  जो आपको नई उपलब्धियों की ओर ले जाएगा। वित्तीय रूप से यह एक अच्छा  दिन है। आप कार्यालय और घर के नवीकरण पर भी खर्च करेंगे। घर में माहौल आनंदमय रहेगा और आप परिवार के साथ कुछ मनोरंजक गतिविधि आनंद लेंगे
कुंभ-अपनी बुद्धिमत्ता के कारण हर काम बेहतर ढंग से करेंगे। प्रभावशाली वाणी होने के कारण लोगों से आप अपनी बात मनवा सकेंगे। इन कारणों से आप अपने व्यवसाय में अच्छा कर पाएंगे और प्रचुर लाभ कमा पाएंगे। यात्रा से भी लाभ मिलेगा। संतान या शिक्षा को लेकर यदि आप कोई प्रयास कर रहे थे तो आपकी मेहनत का फ़ल मिलने वाला है। जीवनसाथी या किसी पारिवारिक सदस्य के साथ आज तू- तू,  मैं –मैं हो सकती है। स्वास्थ्य शुभ रहेगा।
मीन-आप नियमों  का पालन करने के लिए बाध्य है। इसके कारण परियोजनाओं में देरी हो सकती है।आपके कुछ वरिष्ठ खुले तौर पर अनैतिक हो सकते हैं और अपनी संभावनाओं को अवरुद्ध करने का प्रयास कर सकते हैं। प्रत्यक्ष टकराव की बजाय, आप  कूटनीति और चतुराई का प्रयोग कर चीजों को नियंत्रित करने का प्रयास करें। आर्थिक रूप से चीजें स्थिर रहेंगी।
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जिनका आज जन्मदिन है उनको हार्दिक शुभकामनाएं
दिनांक 11 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 2 होगा। ग्यारह की संख्या आपस में मिलकर दो होती है इस तरह आपका मूलांक दो होगा। इस मूलांक को चंद्र ग्रह संचालित करता है। चंद्र ग्रह मन का कारक होता है। आप अत्यधिक भावुक होते हैं। आप स्वभाव से शंकालु भी होते हैं। दूसरों के दु:ख दर्द से आप परेशान हो जाना आपकी कमजोरी है। आप मानसिक रूप से तो स्वस्थ हैं लेकिन शारीरिक रूप से आप कमजोर हैं। चंद्र ग्रह स्त्री ग्रह माना गया है। अत: आप अत्यंत कोमल स्वभाव के हैं। आपमें अभिमान तो जरा भी नहीं होता। चंद्र के समान आपके स्वभाव में भी उतार-चढ़ाव पाया जाता है। आप अगर जल्दबाजी को त्याग दें तो आप जीवन में बहुत सफल होते हैं।

शुभ दिनांक : 2, 11, 20, 29

शुभ अंक : 2, 11, 20, 29, 56, 65, 92
शुभ वर्ष : 2027, 2029, 2036

ईष्टदेव : भगवान शिव, बटुक भैरव

शुभ रंग : सफेद, हल्का नीला, सिल्वर ग्रे

कैसा रहेगा यह वर्ष
लेखन से संबंधित मामलों में सावधानी रखना होगी। बगैर देखे किसी कागजात पर हस्ताक्षर ना करें। किसी नवीन कार्य योजनाओं की शुरुआत करने से पहले बड़ों की सलाह लें। व्यापार-व्यवसाय की स्थिति ठीक-ठीक रहेगी। स्वास्थ्य की दृष्टि से संभल कर चलने का वक्त होगा। पारिवारिक विवाद आपसी मेलजोल से ही सुलझाएं। दखलअंदाजी ठीक नहीं रहेगी।
 🔯आज का विशेष उपाय
व्यापार कारोबार सही नहीं चल रहा है उपाय करें लाभ अवश्य होगा
बुधवार को किसी किन्नर को भोजन व हरा वस्त्र व दक्षिणा दें
शनिवार को दस दृष्टिहीन व्यक्तियों को लजीज भोजन कराएं
काम का कारोबार पर जाते समय पक्षियों को दाना डालें
बुधवार को गाय को पालक व गुड़ खिलाएं
आम से आते समय घर पत्नी के कुछ ना कुछ खाने की वस्तु जरुर लेकर जाते दुध व सफेद रंग की वस्तु उत्तम रहती
LAL Kitab Anmol

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