बीमारी का बगैर दवाई भी इलाज़ है,मगर मौत का कोई इलाज़ नहीं दुनियावी हिसाब किताब है कोई दावा ए खुदाई नहीं लाल किताब है ज्योतिष निराली जो किस्मत सोई को जगा देती है फरमान दे के पक्का आखरी दो लफ्ज़ में जेहमत हटा देती है

Friday 6 December 2019

आज का राशिफल व पंचांग



ऊं नमः शिवाय शिवाजी सदा सहाय
ऊं नमः शिवाय गुरु जी सदा सहाय
ऊं नमः शिवाय श्री बालाजी सदा सहाय

जय शनिदेव महाराज

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*आज का श्री बालाजी पंचांग* ~ 🌞
⛅ *दिनांक 07 दिसम्बर 2019*
⛅ *दिन - शनिवार*
⛅ *विक्रम संवत - 2076*
⛅ *शक संवत -1941*
⛅ *अयन - दक्षिणायन*
⛅ *ऋतु - हेमंत*
⛅ *मास - मार्गशीर्ष*
⛅ *पक्ष - शुक्ल*
⛅ *तिथि - एकादशी पूर्ण रात्रि तक*
⛅ *नक्षत्र - रेवती 08 दिसम्बर रात्रि 01:29 तक तत्पश्चात अश्विनी*
⛅ *योग - व्यतिपात शाम 05:05 तक  तत्पश्चात वरीयान्*
⛅ *राहुकाल - सुबह 09:39 से सुबह 10:58 तक*
⛅ *सूर्योदय - 07:04*
⛅ *सूर्यास्त - 17:55*
⛅ *दिशाशूल - पूर्व दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण - एकादशी वृद्धि तिथि*
 💥 *विशेष - हर एकादशी को श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख शांति बनी रहती है lराम रामेति रामेति । रमे रामे मनोरमे ।। सहस्त्र नाम त तुल्यं । राम नाम वरानने ।।*
💥 *आज एकादशी के दिन इस मंत्र के पाठ से विष्णु सहस्रनाम के जप के समान पुण्य प्राप्त होता है l*
💥 *एकादशी के दिन बाल नहीं कटवाने चाहिए।*
💥 *एकादशी को चावल व साबूदाना खाना वर्जित है | एकादशी को शिम्बी (सेम) ना खाएं अन्यथा पुत्र का नाश होता है।*
💥 *जो दोनों पक्षों की एकादशियों को आँवले के रस का प्रयोग कर स्नान करते हैं, उनके पाप नष्ट हो जाते हैं।*
             
🌷 *श्रीमद् भगवद्गगीता जयंती* 🌷
👉🏻 *गतांक से आगे......*
🙏🏻 *जानिए भगवद् गीता के 9 बेहतरीन मैनेजमेंट सूत्र जिनमे छुपा है आपकी हर परेशानी का हल*
🌷 *4 श्लोक*
*विहाय कामान् य: कर्वान्पुमांश्चरति निस्पृह:।*
*निर्ममो निरहंकार स शांतिमधिगच्छति।।*
🙏🏻 *अर्थ- जो मनुष्य सभी इच्छाओं व कामनाओं को त्याग कर ममता रहित और अहंकार रहित होकर अपने कर्तव्यों का पालन करता है, उसे ही शांति प्राप्त होती है।*
➡ *मैनेजमेंट सूत्र - यहां भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि मन में किसी भी प्रकार की इच्छा व कामना को रखकर मनुष्य को शांति प्राप्त नहीं हो सकती। इसलिए शांति प्राप्त करने के लिए सबसे पहले मनुष्य को अपने मन से इच्छाओं को मिटाना होगा। हम जो भी कर्म करते हैं, उसके साथ अपने अपेक्षित परिणाम को साथ में चिपका देते हैं। अपनी पसंद के परिणाम की इच्छा हमें कमजोर कर देती है। वो ना हो तो व्यक्ति का मन और ज्यादा अशांत हो जाता है। मन से ममता अथवा अहंकार आदि भावों को मिटाकर तन्मयता से अपने कर्तव्यों का पालन करना होगा। तभी मनुष्य को शांति प्राप्त होगी।*
🌷 *5 श्लोक*
*न हि कश्चित्क्षणमपि जातु तिष्ठत्यकर्मकृत्।*
*कार्यते ह्यश: कर्म सर्व प्रकृतिजैर्गुणै:।।*
🙏🏻 *अर्थ- कोई भी मनुष्य क्षण भर भी कर्म किए बिना नहीं रह सकता। सभी प्राणी प्रकृति के अधीन हैं और प्रकृति अपने अनुसार हर प्राणी से कर्म करवाती है और उसके अनुसार  परिणाम भी देती है।*
➡ *मैनेजमेंट सूत्र- बुरे परिणामों के डर से अगर ये सोच लें कि हम कुछ नहीं करेंगे तो ये हमारी मूर्खता है। खाली बैठे रहना भी एक तरह का कर्म ही है, जिसका परिणाम हमारी आर्थिक हानि, अपयश और समय की हानि के रूप में मिलता है। सारे जीव प्रकृति यानी परमात्मा के अधीन हैं, वो हमसे अपने अनुसार कर्म करवा ही लेगी। और उसका परिणाम भी मिलेगा ही। इसलिए कभी भी कर्म के प्रति उदासीन नहीं होना चाहिए, अपनी क्षमता और विवेक के आधार पर हमें निरंतर कर्म करते रहना चाहिए।*
🌷 *6 श्लोक*
*नियतं कुरु कर्म त्वं कर्म ज्यायो ह्यकर्मण:।*
*शरीरयात्रापि च ते न प्रसिद्धयेदकर्मण:।।*
🙏🏻 *अर्थ- तू शास्त्रों में बताए गए अपने धर्म के अनुसार कर्म कर, क्योंकि कर्म न करने की अपेक्षा कर्म करना श्रेष्ठ है तथा कर्म न करने से तेरा शरीर निर्वाह भी नहीं सिद्ध होगा।*
➡ *मैनेजमेंट सूत्र- श्रीकृष्ण अर्जुन के माध्यम से मनुष्यों को समझाते हैं कि हर मनुष्य को अपने-अपने धर्म के अनुसार कर्म करना चाहिए जैसे- विद्यार्थी का धर्म है विद्या प्राप्त करना, सैनिक का कर्म है देश की रक्षा करना। जो लोग कर्म नहीं करते, उनसे श्रेष्ठ वे लोग होते हैं जो अपने धर्म के अनुसार कर्म करते हैं, क्योंकि बिना कर्म किए तो शरीर का पालन-पोषण करना भी संभव नहीं है। जिस व्यक्ति का जो कर्तव्य तय है, उसे वो पूरा करना ही चाहिए।*
🌷 *7 श्लोक*
*यद्यदाचरति श्रेष्ठस्तत्तदेवेतरो जन:।*
*स यत्प्रमाणं कुरुते लोकस्तदनुवर्तते।।*
🙏🏻 *अर्थ- श्रेष्ठ पुरुष जैसा आचरण करते हैं, सामान्य पुरुष भी वैसा ही आचरण करने लगते हैं। श्रेष्ठ पुरुष जिस कर्म को करता है, उसी को आदर्श मानकर लोग उसका अनुसरण करते हैं।*
➡ *मैनेजमेंट सूत्र- यहां भगवान श्रीकृष्ण ने बताया है कि श्रेष्ठ पुरुष को सदैव अपने पद व गरिमा के अनुसार ही व्यवहार करना चाहिए, क्योंकि वह जिस प्रकार का व्यवहार करेगा, सामान्य मनुष्य भी उसी की नकल करेंगे। जो कार्य श्रेष्ठ पुरुष करेगा, सामान्यजन उसी को अपना आदर्श मानेंगे। उदाहरण के तौर पर अगर किसी संस्थान में उच्च अधिकार पूरी मेहनत और निष्ठा से काम करते हैं तो वहां के दूसरे कर्मचारी भी वैसे ही काम करेंगे, लेकिन अगर उच्च अधिकारी काम को टालने लगेंगे तो कर्मचारी उनसे भी ज्यादा आलसी हो जाएंगे।*
🌷 *8 श्लोक*
*न बुद्धिभेदं जनयेदज्ञानां कर्म संगिनाम्।*
*जोषयेत्सर्वकर्माणि विद्वान्युक्त: समाचरन्।।*
🙏🏻 *अर्थ- ज्ञानी पुरुष को चाहिए कि कर्मों में आसक्ति वाले अज्ञानियों की बुद्धि में भ्रम अर्थात कर्मों में अश्रद्धा उत्पन्न न करे किंतु स्वयं परमात्मा के स्वरूप में स्थित हुआ और सब कर्मों को अच्छी प्रकार करता हुआ उनसे भी वैसे ही कराए।*
➡ *मैनेजमेंट सूत्र- ये प्रतिस्पर्धा का दौर है, यहां हर कोई आगे निकलना चाहता है। ऐसे में अक्सर संस्थानों में ये होता है कि कुछ चतुर लोग अपना काम तो पूरा कर लेते हैं, लेकिन अपने साथी को उसी काम को टालने के लिए प्रोत्साहित करते हैं या काम के प्रति उसके मन में लापरवाही का भाव भर देते हैं। श्रेष्ठ व्यक्ति वही होता है जो अपने काम से दूसरों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनता है। संस्थान में उसी का भविष्य सबसे ज्यादा उज्जवल भी होता है।*
🌷 *9श्लोक*
*ये यथा मां प्रपद्यन्ते तांस्तथैव भजाम्यहम्।*
*म वत्र्मानुवर्तन्ते मनुष्या पार्थ सर्वश:।।*
🙏🏻 *अर्थ- हे अर्जुन। जो मनुष्य मुझे जिस प्रकार भजता है यानी जिस इच्छा से मेरा स्मरण करता है, उसी के अनुरूप मैं उसे फल प्रदान करता हूं। सभी लोग सब प्रकार से मेरे ही मार्ग का अनुसरण करते हैं।*
➡ *मैनेजमेंट सूत्र- इस श्लोक के माध्यम से भगवान श्रीकृष्ण बता रहे हैं कि संसार में जो मनुष्य जैसा व्यवहार दूसरों के प्रति करता है, दूसरे भी उसी प्रकार का व्यवहार उसके साथ करते हैं। उदाहरण के तौर पर जो लोग भगवान का स्मरण मोक्ष प्राप्ति के लिए करते हैं, उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है। जो किसी अन्य इच्छा से प्रभु का स्मरण करते हैं, उनकी वह इच्छाएं भी प्रभु कृपा से पूर्ण हो जाती है। कंस ने सदैव भगवान को मृत्यु के रूप में स्मरण किया। इसलिए भगवान ने उसे मृत्यु प्रदान की। हमें परमात्मा को वैसे ही याद करना चाहिए, जिस रुप में हम उसे पाना चाहते हैं।*
पंचक
पंचक तिथि प्रारंभ - 3 दिसम्बर, 12:58 AM  पंचक तिथि समाप्त - 8 दिसम्बर, 01:29 AM पर
एकादशी
रविवार, 08 दिसंबर मोक्षदा एकादशी
रविवार, 22 दिसंबर सफला एकादशी
प्रदोष
09 दिसंबर 2019 सोमवार सोम प्रदोष व्रत
23 दिसंबर 2019 सोमवार सोम प्रदोष व्रत
अमावस्या
26 दिसंबर 2019- गुरुवार- पौष अमावस्या।
आज का राशिफल🕉
मेष: आज आपका दिन अच्छा रहेगा। आपके परिवार के सुख-सौभाग्य में वृद्धि होगी। मार्केटिंग से जुड़े लोगों के लिए दिन फायदेमंद हो सकता है। कोई नया क्लाइंट आपसे जुड़ने की कोशिश करेगा। किसी पुराने मित्र से आपकी मुलाकात होगी।आपका स्वास्थ्य बेहतर बना रहेगा। जीवनसाथी के साथ समय बिताएंगे।

वृष: आज का दिन शुभ रहेगा। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। कारोबार में किए गए सौदे फायदेमंद होंगे। परिवार और दोस्तों के साथ अच्छा समय बीतेगा। छोटी दूरी की यात्रा कर सकते हैं। कई दिनों से रुका पैसा मिल सकेगा। नौकरी की तलाश में जुटे लोगों को रोजगार‍ मिलेगा। परिवार के किसी सदस्य से कुछ तीखी बहस हो सकती है।

मिथुन: आज का दिन आपका जीवन एक महत्वपूर्ण मोड़ ले सकता है। आर्थिक दृष्टिकोण से आपके लिए समय काफी अच्छे परिणाम देने वाला रहेगा। कुछ मामलों में छोटे विवाद भी हो सकते हैं। थोड़ा सोच-समझकर ही बोलें। सामाजिक नजरिए से मान-सम्मान में बढ़ोतरी होगी। नौकरी में प्रमोशन का योग है।
कर्क: आज आपके भाग्य में सकारात्मक फेरबदल के योग हैं। आकस्मिक धनलाभ होने की संभावना है। परिजनों के साथ खुशहाल समय बीतेगा। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। मन चिंतारहित होगा। स्थायी संपत्ति में वृद्धि होगी। रोजगार के अवसर मिलेंगे। यात्रा, नौकरी व निवेश मनोनुकूल रहेंगे। आप धार्मिक कार्य, पूजा-पाठ आदि में व्यस्त रहेंगे।

सिंह: आज आपको मेहनत का फल मिलेगा। पुरानी योजना फलीभूत होगी। धन प्राप्ति के नए स्रोत नजर आएंगे। समाज में मान-प्रतिष्ठा बढ़ेगी। लोन लेने का विचार टाल दें। कानूनी विवादों का निपटारा आपके पक्ष में होने की संभावना है। परिवारजनों के साथ संयमपूर्वक व्यवहार करें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

कन्या: आज आपका दिन बेहतरीन रहेगा। किस्मत का साथ मिलेगा। कारोबारियों को उम्मीद से ज्यादा लाभ होगा। आपका आर्थिक पक्ष मजबूत रहेगा। लोग आपकी योजना से काफी प्रभावित होंगे। भागीदारों के साथ संबंध अच्छे रहेंगे। लवमेट के लिए आज का दिन शानदार रहेगा। परिवार के लोग सहयोग करेंगे।
तुला: आज का दिन सामान्य रहेगा। जीवन में कुछ नया होने की उम्मीद आज जाग सकती है। कुछ नई योजनाओं पर काम शुरू हो सकता है। नए लोगों से मुलाकात आपके लिए फायदेमंद होगी। घर में सुख-शांति का माहौल रहेगा। कार्यालय में सहकर्मियों का सहयोग मिलेगा। माता-पिता की ओर से अच्छे समाचार मिलेंगे।

वृश्चिक: आज आपको अनुकूल समाचार मिलेंगे। दिन आनंदपूर्वक व्यतीत होगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। कुछ काम आपकी लापरवाही से अटक सकते हैं। नई चीजों की शुरुआत के लिहाज से समय काफी अच्छा रह सकता है। जायदाद संबंधी समस्या सुलझने के रास्ते बनेंगे। नए संबंध लाभदायी सिद्ध होंगे। अप्रत्याशित लाभ होगा। प्रेम-प्रसंग में मधुरता रहेगी।
धनु: आज आपके मन में उदासी छाई रहेगी। शरीर में फुर्ती तथा मन में प्रसन्नता का अभाव रहेगा। धन हानि का योग है। जमीन तथा वाहन के कागजात को सावधानी पूर्वक बनवाएं। साहित्य के क्षेत्र से जुड़े लोगों को आज कोई बड़ी खुशखबरी मिलेगी। परिवारजनों के साथ तनाव हो सकता है। संतान पक्ष से कोई शुभ समाचार मिल सकता है।

मकर: आपके अधूरे काम पूरे हो सकते हैं। आपको कुछ नए मौके मिल सकते हैं। मिलकर किये गए कामों में आपको बहुत हद तक सफलता मिलने के योग हैं। प्रेम-प्रसंग में भी आपको सफलता मिल सकती है। आप किसी छोटे से कोई नई बात सीख सकते हैं। किसी भी महत्वपूर्ण निर्णय को लेने से पहले अच्छी तरह सोच लें।
कुंभ: आज रोजमर्रा के कामों में आपको फायदा होगा। कारोबार में रूका हुआ पैसा आपको वापस मिलेगा। धार्मिक कार्य में कुछ खर्च हो सकता है। किसी अहम कार्य में असफलता से मन में असंतोष और निराशा होगी।आपके दाम्पत्य संबंध अच्छे रहेंगे। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। आज किसी से अधिक विवाद न करें।

मीन: आज का दिन शुभ रहेगा। नए कार्यों की शुरुआत के लिए दिन अच्छा है। धन लाभ होने की संभावनाएं हैं। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। प्रभावशाली लोगों से मुलाकात की संभावना है। निवेश के मामले में आपको कोई नयी सलाह मिल सकती है। पुरानी बातों के झंझट में पड़ने से बचें। संतान की शिक्षा की चिंता समाप्त होगी।

जिनका आज जन्मदिन है उनको हार्दिके।शुभकामनाये
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दिनांक 7 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 7 होगा। इस अंक से प्रभावित व्यक्ति अपने आप में कई विशेषता लिए होते हैं। यह अंक वरूण ग्रह से संचालित होता है। आप खुले दिल के व्यक्ति हैं। आपकी प्रवृत्ति जल की तरह होती है। जिस तरह जल अपनी राह स्वयं बना लेता है वैसे ही आप भी तमाम बाधाओं को पार कर अपनी मंजिल पाने में कामयाब होते हैं। आप पैनी नजर के होते हैं। किसी के मन की बात तुरंत समझने की आपमें दक्षता होती है। 

शुभ दिनांक : 7,  16,  25

शुभ अंक : 7,  16,  25,  34
शुभ वर्ष : 2020,  2023  2026

ईष्टदेव : भगवान शिव तथा विष्णु 

शुभ रंग : सफेद,  पिंक,  जामुनी,  मेहरून   

कैसा रहेगा यह वर्ष
आपके कार्य में तेजी का वातावरण रहेगा। आपको प्रत्येक कार्य में जुटकर ही सफलता मिलेगी। व्यापार-व्यवसाय की स्थिति उत्तम रहेगी। अधिकारी वर्ग का सहयोग मिलेगा। नौकरीपेशा व्यक्तियों के लिए समय सुखकर रहेगा। नवीन कार्य-योजना शुरू करने से पहले केसर का लंबा तिलक लगाएं व मंदिर में पताका चढ़ाएं। 
LAL Kitab Anmol

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