बीमारी का बगैर दवाई भी इलाज़ है,मगर मौत का कोई इलाज़ नहीं दुनियावी हिसाब किताब है कोई दावा ए खुदाई नहीं लाल किताब है ज्योतिष निराली जो किस्मत सोई को जगा देती है फरमान दे के पक्का आखरी दो लफ्ज़ में जेहमत हटा देती है

Friday 16 October 2020

17 अक्टूबर 2020 शनिवार से नवरात्रि प्रारंभ

अंतर्गत लेख:


 

 


🌞 ~ आज का  पंचांग ~ 🌞

दिनांक 16 अक्टूबर 2020

दिन - शुक्रवार

विक्रम संवत - 2077 

शक संवत - 1942

अयन - दक्षिणायन

ऋतु - शरद

मास - अधिक अश्विन

पक्ष - कृष्ण

तिथि - अमावस्या 17 अक्टूबर रात्रि 01:00 तक तत्पश्चात प्रतिपदा

नक्षत्र - हस्त दोपहर 02:58 तक तत्पश्चात चित्रा

योग - वैधृति 17 अक्टूबर रात्रि 01:47 तक तत्पश्चात विष्कम्भ

राहुकाल - सुबह 10:58 से दोपहर 12:24 तक

सूर्योदय - 06:35

सूर्यास्त - 18:12

दिशाशूल - पश्चिम दिशा में

व्रत पर्व विवरण - दर्श अमावस्या, अधिक मास समाप्त

 💥 विशेष - अमावस्या के दिन ब्रह्मचर्य पालन करे तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)

               🌞 ~ हिन्दू पंचांग ~ 🌞

 

🌷 नवरात्रि पूजन विधि 🌷

17 अक्टूबर 2020 शनिवार से नवरात्रि प्रारंभ ।

🙏🏻 नवरात्रि के प्रत्येक दिन माँ भगवती के एक स्वरुप श्री शैलपुत्री, श्री ब्रह्मचारिणी, श्री चंद्रघंटा, श्री कुष्मांडा, श्री स्कंदमाता, श्री कात्यायनी, श्री कालरात्रि, श्री महागौरी, श्री सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। यह क्रम अश्विन शुक्ल प्रतिपदा को प्रातःकाल शुरू होता है। प्रतिदिन जल्दी स्नान करके माँ भगवती का ध्यान तथा पूजन करना चाहिए। सर्वप्रथम कलश स्थापना की जाती है।

कलश / घट स्थापना विधि

🙏🏻 देवी पुराण के अनुसार मां भगवती की पूजा-अर्चना करते समय सर्वप्रथम कलश / घट की स्थापना की जाती है। घट स्थापना करना अर्थात नवरात्रि की कालावधि में ब्रह्मांड में कार्यरत शक्ति तत्त्व का घट में आवाहन कर उसे कार्यरत करना । कार्यरत शक्ति तत्त्व के कारण वास्तु में विद्यमान कष्टदायक तरंगें समूल नष्ट हो जाती है। धर्मशास्त्रों के अनुसार कलश को सुख-समृद्धि, वैभव और मंगल कामनाओं का प्रतीक माना गया है। कलश के मुख में विष्णुजी का निवास, कंठ में रुद्र तथा मूल में ब्रह्मा स्थित हैं और कलश के मध्य में दैवीय मातृशक्तियां निवास करती हैं।

🌷 सामग्री:

👉🏻 जौ बोने के लिए मिट्टी का पात्र

👉🏻 जौ बोने के लिए शुद्ध साफ़ की हुई मिटटी

👉🏻 पात्र में बोने के लिए जौ

👉🏻 घट स्थापना के लिए मिट्टी का कलश (हैमो वा राजतस्ताम्रो मृण्मयो वापि ह्यव्रणःअर्थात 'कलश' सोने, चांदी, तांबे या मिट्टी का छेद रहित और सुदृढ़ उत्तम माना गया है । वह मङ्गलकार्योंमें मङ्गलकारी होता है )

👉🏻 कलश में भरने के लिए शुद्ध जल, गंगाजल

👉🏻 *मौली

👉🏻 इत्र

👉🏻 साबुत सुपारी

👉🏻 दूर्वा

👉🏻 कलश में रखने के लिए कुछ सिक्के

👉🏻 पंचरत्न

👉🏻 अशोक या आम के 5 पत्ते

👉🏻 कलश ढकने के लिए ढक्कन

👉🏻 ढक्कन में रखने के लिए बिना टूटे चावल

👉🏻 पानी वाला नारियल

👉🏻 नारियल पर लपेटने के लिए लाल कपडा

👉🏻 फूल माला

🌷 विधि

🙏🏻 सबसे पहले जौ बोने के लिए मिट्टी का पात्र लें। इस पात्र में मिट्टी की एक परत बिछाएं। अब एक परत जौ की बिछाएं। इसके ऊपर फिर मिट्टी की एक परत बिछाएं। अब फिर एक परत जौ की बिछाएं। जौ के बीच चारों तरफ बिछाएं ताकि जौ कलश के नीचे न दबे। इसके ऊपर फिर मिट्टी की एक परत बिछाएं। अब कलश के कंठ पर मौली बाँध दें। कलश के ऊपर रोली से ॐ और स्वास्तिक लिखें। अब कलश में शुद्ध जल, गंगाजल कंठ तक भर दें। कलश में साबुत सुपारी, दूर्वा, फूल डालें। कलश में थोडा सा इत्र डाल दें। कलश में पंचरत्न डालें। कलश में कुछ सिक्के रख दें। कलश में अशोक या आम के पांच पत्ते रख दें। अब कलश का मुख ढक्कन से बंद कर दें। ढक्कन में चावल भर दें। श्रीमद्देवीभागवत पुराण के अनुसार पञ्चपल्लवसंयुक्तं वेदमन्त्रैः सुसंस्कृतम्। सुतीर्थजलसम्पूर्णं हेमरत्नैः समन्वितम्॥अर्थात कलश पंचपल्लवयुक्त, वैदिक मन्त्रों से भली भाँति संस्कृत, उत्तम तीर्थ के जल से पूर्ण और सुवर्ण तथा पंचरत्न मई होना चाहिए।

🙏🏻 नारियल पर लाल कपडा लपेट कर मौली लपेट दें। अब नारियल को कलश पर रखें। शास्त्रों में उल्लेख मिलता है: अधोमुखं शत्रु विवर्धनाय,ऊर्ध्वस्य वस्त्रं बहुरोग वृध्यै। प्राचीमुखं वित विनाशनाय,तस्तमात् शुभं संमुख्यं नारीकेलं। अर्थात् नारियल का मुख नीचे की तरफ रखने से शत्रु में वृद्धि होती है।नारियल का मुख ऊपर की तरफ रखने से रोग बढ़ते हैं, जबकि पूर्व की तरफ नारियल का मुख रखने से धन का विनाश होता है। इसलिए नारियल की स्थापना सदैव इस प्रकार करनी चाहिए कि उसका मुख साधक की तरफ रहे। ध्यान रहे कि नारियल का मुख उस सिरे पर होता है, जिस तरफ से वह पेड़ की टहनी से जुड़ा होता है।

🙏🏻 अब कलश को उठाकर जौ के पात्र में बीचो बीच रख दें। अब कलश में सभी देवी देवताओं का आवाहन करें। "हे सभी देवी देवता और माँ दुर्गा आप सभी नौ दिनों के लिए इसमें पधारें।" अब दीपक जलाकर कलश का पूजन करें। धूपबत्ती कलश को दिखाएं। कलश को माला अर्पित करें। कलश को फल मिठाई अर्पित करें। कलश को इत्र समर्पित करें।

🌷 कलश स्थापना के बाद माँ दुर्गा की चौकी स्थापित की जाती है।

🙏🏻 नवरात्रि के प्रथम दिन एक लकड़ी की चौकी की स्थापना करनी चाहिए। इसको गंगाजल से पवित्र करके इसके ऊपर सुन्दर लाल वस्त्र बिछाना चाहिए। इसको कलश के दायीं ओर रखना चाहिए। उसके बाद माँ भगवती की धातु की मूर्ति अथवा नवदुर्गा का फ्रेम किया हुआ फोटो स्थापित करना चाहिए। मूर्ति के अभाव में नवार्णमन्त्र युक्त यन्त्र को स्थापित करें। माँ दुर्गा को लाल चुनरी उड़ानी चाहिए। माँ दुर्गा से प्रार्थना करें "हे माँ दुर्गा आप नौ दिन के लिए इस चौकी में विराजिये।" उसके बाद सबसे पहले माँ को दीपक दिखाइए। उसके बाद धूप, फूलमाला, इत्र समर्पित करें। फल, मिठाई अर्पित करें।

🙏🏻 नवरात्रि में नौ दिन मां भगवती का व्रत रखने का तथा प्रतिदिन दुर्गा सप्तशती का पाठ करने का विशेष महत्व है। हर एक मनोकामना पूरी हो जाती है। सभी कष्टों से छुटकारा दिलाता है।

🙏🏻 नवरात्रि के प्रथम दिन ही अखंड ज्योत जलाई जाती है जो नौ दिन तक जलती रहती है। दीपक के नीचे "चावल" रखने से माँ लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है तथा "सप्तधान्य" रखने से सभी प्रकार के कष्ट दूर होते है

🙏🏻 माता की पूजा "लाल रंग के कम्बल" के आसन पर बैठकर करना उत्तम माना गया है

🙏🏻 नवरात्रि के प्रतिदिन माता रानी को फूलों का हार चढ़ाना चाहिए। प्रतिदिन घी का दीपक (माता के पूजन हेतु सोने, चाँदी, कांसे के दीपक का उपयोग उत्तम होता है) जलाकर माँ भगवती को मिष्ठान का भोग लगाना चाहिए। मान भगवती को इत्र/अत्तर विशेष प्रिय है।

🙏🏻 नवरात्रि के प्रतिदिन कंडे की धुनी जलाकर उसमें घी, हवन सामग्री, बताशा, लौंग का जोड़ा, पान, सुपारी, कर्पूर, गूगल, इलायची, किसमिस, कमलगट्टा जरूर अर्पित करना चाहिए।

🙏🏻 लक्ष्मी प्राप्ति के लिए नवरात्रि  में  पान और  गुलाब की ७ पंखुरियां रखें तथा मां भगवती को अर्पित कर दें

🙏🏻 मां दुर्गा को प्रतिदिन विशेष भोग लगाया जाता है। किस दिन किस चीज़ का भोग लगाना है ये हम विस्तार में आगे बताएँगे।

🙏🏻 प्रतिदिन कन्याओं का विशेष पूजन किया जाता है। श्रीमद्देवीभागवत पुराण के अनुसार एकैकां पूजयेत् कन्यामेकवृद्ध्या तथैव च। द्विगुणं त्रिगुणं वापि प्रत्येकं नवकन्तु वा॥अर्थात नित्य ही एक कुमारी का पूजन करें अथवा प्रतिदिन एक-एक-कुमारी की संख्या के वृद्धिक्रम से पूजन करें अथवा प्रतिदिन दुगुने-तिगुने के वृद्धिक्रम से और या तो प्रत्येक दिन नौ कुमारी कन्याओं का पूजन करें।  किस दिन क्या सामग्री गिफ्ट देनी चाहिए ये भी आगे बताएँगे।

🙏🏻 यदि कोई व्यक्ति नवरात्रि  पर्यन्त प्रतिदिन पूजा करने में असमर्थ हैं तो उसे अष्टमी तिथि को विशेष रूप से अवश्य पूजा करनी चाहिए।  प्राचीन काल में दक्ष के यज्ञ का विध्वंश करने वाली महाभयानक भगवती भद्रकाली करोङों योगिनियों सहित अष्टमी तिथि को ही प्रकट हुई थीं।

 

📖 *🍁🙏

पंचक

 

25 अक्टूबर दोपहर 3.24 से 30 अक्टूबर दोपहर 2.56 बजे तक

 

21 नवंबर रात्रि 10.24 से 26 नवंबर रात्रि 9.20 बजे तक

 

19 दिसंबर प्रातः 7.16 से 23 दिसंबर तड़के 4.32 बजे तक

 

 

एकादशी

 

 

पापांकुशा एकादशी - 27 अक्टूबर 2020

 

प्रदोष

 

28 अक्‍टूबर ( बुधवार ) प्रदोष व्रत ( शुक्ल

 

अमावस्या

 

शुक्रवार, 16 अक्टूबर आश्विन अमावस्या (अधिक)

 

 

पूर्णिमा

 

शनिवार, 31 अक्टूबर   अश्विन पूर्णिमा व्रत

 

मेष 

आज आपको अपने धन का निवेश करने के लिए अच्छा समय रहेगा, लेकिन शॉर्ट टर्म निवेश करने से अच्छा लाभ मिल सकता है। काम को लेकर आपके पास कुछ नए अवसर आएंगे, जिन्हें यदि आप समय रहते पकड़ पाए, तो आपको बहुत लाभ होगा। नहीं तो वह समाप्त हो जायेंगे। निजी जीवन को लेकर आप काफी भावुक होंगे और अपने जीवन में प्यार को लेकर एक खास आकर्षण महसूस करेंगे। धन के मामले में आज का दिन आपको आगे बढ़ाएगा। संतान को लेकर थोड़ी चिंता होगी।

वृष

अपने मन की कोई इच्छा पूरी होने से आज आप बहुत खुश महसूस करेंगे। इससे आपको आर्थिक लाभ के भी प्रबल योग बनेंगे। प्रेम जीवन बिता रहे लोग आज अपने रिश्ते में कुछ अजीब सी स्थिति महसूस करेंगे। आपको लगेगा कि आपके प्रिय आप से कुछ छुपा रहे हैं, जबकि स्थिति इससे बिल्कुल विपरीत होगी। काम को लेकर स्थिति अच्छी होंगी। आज आप अपने काम में और दिनों के मुकाबले ज्यादा अच्छा प्रभाव दिखायेगे और मानसिक रूप से भी आज आप काफी प्रबल रहेंगे। इनकम मजबूत होने से कोई नई चीज घर वालों के लिए खरीद कर लेकर आ सकते हैं।

मिथुन

आज आपकी मां जी को आपकी जरूरत पड़ेगी क्योंकि उनकी सेहत में गिरावट आ सकती हैं। दोस्तों से प्रेम और सहयोग प्राप्त होगा। वह किसी पार्टी में चलने की आपसे जिद पकड़ सकते हैं। प्रेम जीवन बिता रहे लोग आज अपने रिश्ते की सफलता को देखकर बहुत अच्छा महसूस करेंगे। आपका प्रिय अपनी बुद्धिमानी से आपका दिल जीत लेगा। शादीशुदा लोगों का गृहस्थ जीवन आज और खुशनुमा रहेगा। जीवनसाथी आपको कोई बिजनेस टिप्स दे सकता है। नौकरी के लिए आप प्रबल स्थिति में होंगे।

कर्क

भावुकता से बाहर आएंगे और व्यवहारिकता से ताल मिलाएंगे। आपकी इनकम बढ़िया होगी और आपकी कोई मन की इच्छा पूरी होने से आप का मनोबल सातवें आसमान पर होगा। दोस्तों से खूब बातचीत होगी और अपनी निजी जीवन के बारे में भी कुछ समस्याओं को उनसे साझा करेंगे। आज अपने प्रिय से किसी बात को लेकर गुस्सा जाहिर कर सकते हैं, जबकि शादीशुदा लोग अपने विवाहित जीवन को लेकर संतुष्ट महसूस करेंगे, उन्हें लगेगा कि उनका जीवन साथी एक श्रेष्ठ व्यक्ति है, जिस पर उन्हें पूरा भरोसा होगा।

सिंह

आज के दिन आप अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियों को पूरा करने में लगाएंगे। घर गृहस्थी के कामों में मन लगेगा और घर वालों का सहयोग भी आपको मिलेगा, लेकिन आपके परिवार में किसी बात को लेकर तनातनी चल सकती है, जिसकी वजह से घर का माहौल थोड़ा शांत हो जाएगा। आपका निजी जीवन आज बहुत बढ़िया रहेगा। दांपत्य जीवन को लेकर आप काफी खुश नजर आएंगे क्योंकि आज आप रोमांटिक मूड में होंगे। यदि आप किसी से प्रेम करते हैं। तो आज का दिन अपने दिल की बात कहने के लिए अच्छा अवसर प्रदान करेगा। काम को लेकर सत्य और ईमानदारी जरूरी होगी।

कन्या

व्यावहारिकता में आकर भावुकता से मुंह ना मोड़ो। आज आपके किसी खास दोस्त को आपकी जरूरत पड़ेगी। ऐसे में उनकी मदद जरूर करें क्योंकि दोस्ती की यही निशानी है। दांपत्य जीवन को लेकर आज आप थोड़े गुस्से में नजर आ सकते हैं क्योंकि जीवन साथी कुछ ऐसी बातें कहेगा, जो आपको बिल्कुल भी पसंद नहीं आएंगी। सेहत में गिरावट हो सकती है और खर्चों में बढ़ोतरी भी, लेकिन काम को लेकर आप आजाद स्वस्थ रहेंगे और आपकी मेहनत तथा समझदारी आपको प्रशंसा का पात्र बनाएगी।

तुला

आज आप अपनी शारीरिक समस्याओं से थोड़े परेशान नजर आएंगे और इसके लिए डॉक्टर से मिल सकते हैं। धन के इन्वेस्टमेंट के लिए भी आज का दिन अच्छा रहेगा। कोर्ट कचहरी से जुड़े मामले आपके लिए फायदेमंद साबित होंगे और घर में कोई नई कंस्ट्रक्शन का काम करा सकते हैं। काम के सिलसिले में आज आप थोड़े से कमजोर महसूस करेंगे और किसी की सहायता से आज आप अपना काम करेंगे। आपको ट्रैवलिंग भी करनी पड़ सकती है। निजी जीवन आपको सुख देगा।

वृश्चिक

खुद को अकेला समझने की भूल ना करें। इस संसार में हर व्यक्ति अकेला भी है, लेकिन उसके आसपास के लोग उसे ऐसा महसूस नहीं होने देते। आपको भी बहुत चाहने वाले हैं। उन पर भरोसा रखें, काम के क्षेत्र में आपको इधर-उधर की बातों से दूर हट कर अपने भविष्य के गोल निर्धारित करने होंगे और उसी के अनुसार काम करना शुरू कर दें। आपकी सेहत ठीक रहेगी और आपके बॉस आप की कार्य क्षमता को पूछेंगे। साथी टीम मेंबर का सहयोग मिलेगा और वह आपके लिए मेहनत करेंगे। प्रेम जीवन को लेकर कुछ निराशा हो सकती है।

धनु

आज का दिन आपके अंदर एक अजब सा जोश भर देगा। आप हर काम को समय से पहले निपटाने की कोशिश करेंगे और बचे हुए समय को अपने परिवार के नाम कर देंगे। इससे आप एक संतुष्टि का भाव अपने चेहरे पर देखेंगे। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और मन में धार्मिक विचार आएंगे। किसी प्रॉपर्टी की बातचीत फाइनल हो सकती है। इनकम को लेकर आपको आज अच्छे समाचार मिलेंगे और किसी अनजान स्रोत से धन आने के योग बन सकते हैं। निजी जीवन संतुष्टि दायक रहेगा तथा आपकी सेहत अच्छी रहेगी।

मकर

आज आप खुद पर अपना भरोसा रखेंगे और हर काम को खुद ही करने का विचार करेंगे। इसमें आपकी काफी ऊर्जा लगेंगी, लेकिन फिर भी आपके पास पर्याप्त तो वजह होगी और अब जिंदादिली से काम करेंगे। भाग्य पर अंधविश्वास करने से बचें और कर्म पर ज्यादा ध्यान दें। गुप्त खर्चों से बचने की कोशिश करेंगे तो आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। निजी जीवन को लेकर स्थितियां सामान्य रहेंगी अधिक प्रयास करने से ही आप अपने रिश्तो में तालमेल बिठा पाएंगे। काम को लेकर आपको ज्यादा मेहनत की जरूरत नहीं पड़ेगी बल्कि अपना दिमाग लगाकर आसानी से हर काम को निपटा लेंगे।

कुंभ

आज के दिन बेवजह की चिंताओं को लेकर और पुरानी कुछ गलतियों को याद करके परेशान होंगे, लेकिन इस स्थिति से बाहर निकलें क्योंकि इससे कुछ हासिल नहीं होगा और आपका महत्वपूर्ण समय निकल जाएगा। काम को लेकर स्थितियों में उतार-चढ़ाव रहेगा। आपको अपने काम में एकता बनाए रखने के लिए कठिन परिश्रम करना पड़ेगा। निजी जीवन आपको सुख देगा और आप के रिश्तो में प्रेम की वृद्धि होगी। आज का दिन ससुराल वालों के साथ भी बीता सकते है और अचानक से मिलने वाले किसी लाभ से आप काफी खुश होंगे

मीन

बिजनेस को लेकर स्थितियों में सुधार होगा। आप काफी एग्रेसिव मूड में हो सकते हैं क्योंकि आपके कुछ काम में रूकावट आ सकती है। कोशिश करें कि ऐसी स्थिति से बचें क्योंकि इसका असर आपके परिवार के जीवन पर पड़ सकता है। काम को लेकर स्थितियां सुधरेंगी और आपको अपने काम को लेकर किसी पर निर्भरता नहीं रखनी होगी। खुद के दम पर ही अपने काम में सफलता पाएंगे। खुद को समय दें और यह जानें कि आपके अंदर क्या चल रहा है। किसी महिला से झगड़ा मोल ना लें

 

दिनांक 16 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 7 होगा। इस अंक से प्रभावित व्यक्ति अपने आप में कई विशेषता लिए होते हैं। यह अंक वरूण ग्रह से संचालित होता है। आप खुले दिल के व्यक्ति हैं। आपकी प्रवृत्ति जल की तरह होती है। जिस तरह जल अपनी राह स्वयं बना लेता है वैसे ही आप भी तमाम बाधाओं को पार कर अपनी मंजिल पाने में कामयाब होते हैं। आप पैनी नजर के होते हैं। किसी के मन की बात तुरंत समझने की आपमें दक्षता होती है।

 

शुभ दिनांक : 7, 16, 25

 

शुभ अंक : 7, 16, 25, 34

 

 

 

शुभ वर्ष :  2023

 

ईष्टदेव : भगवान शिव तथा विष्णु

 

 

शुभ रंग : सफेद, पिंक, जामुनी, मेहरून

 

कैसा रहेगा यह वर्ष

आपके कार्य में तेजी का वातावरण रहेगा। आपको प्रत्येक कार्य में जुटकर ही सफलता मिलेगी। व्यापार-व्यवसाय की स्थिति उत्तम रहेगी। अधिकारी वर्ग का सहयोग मिलेगा। नौकरीपेशा व्यक्तियों के लिए समय सुखकर रहेगा। नवीन कार्य-योजना शुरू करने से पहले केसर का लंबा तिलक लगाएं व मंदिर में पताका चढ़ाएं

LAL Kitab Anmol

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