बीमारी का बगैर दवाई भी इलाज़ है,मगर मौत का कोई इलाज़ नहीं दुनियावी हिसाब किताब है कोई दावा ए खुदाई नहीं लाल किताब है ज्योतिष निराली जो किस्मत सोई को जगा देती है फरमान दे के पक्का आखरी दो लफ्ज़ में जेहमत हटा देती है

Thursday 9 February 2023

जानिए तिराहे व चौराहे पर बने मकान के अशुभ फल व वास्तु दोष दूर करने के उपाय

अंतर्गत लेख:


 आपका घर एवं वास्तु दोष🔴 



वास्तु शास्त्र के अनुसार ऐसे घर जो तिराहे या चौराहे पर होते हैं अच्छे नहीं माने जाते है, क्योंकि इन जगहों पर अधिक वास्तु दोष निर्मित होता है। जिन लोगों के घर ऐसी जगहों पर होते हैं उन्हें मानसिक, शारीरिक और आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि तिराहे पर नकारात्मक ऊर्जा का फ्लो अधिक रहता है। दूसरा कारण है तिराहे या चौराहे पर लोगों एवं वाहनों का आवागमन ज्यादा लगा रहता है जिसकी वजह से मानसिक शांति भंग होती है।।


पूर्व दिशा-: 

 पूर्व दिशा के घर यदि टी पर हैं तो उसे ज्यादा खराब नहीं माना जाता है। क्योंकि इस तरह के मकान में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह ना के बराबर होता है।।


पश्चिम दिशा-: 

पश्चिम दिशा के घर का टी पॉइंट अच्छा नहीं माना जाता है,यह वास्तुदोष उत्पन्न करता है। ऐसे घरों में नकारात्मक ऊर्जा का समावेश होता है, जिससे नित्य नई परेशानी उत्पन्न होती रहती है।।


उत्तर दिशा-: 

उत्तर दिशा के टी पॉइंट का घर ज्यादा नुकसानदेह नहीं होता है। क्योंकि इस तरह के मकान में ज्यादा नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न नहीं होती।।


दक्षिण दिशा-: 

टी प्वांइट मकान यदि दक्षिण दिशा में हो तो यह अशुभ फलदायक होता है। इस तरह के घर में रहने वाले लोग प्रायः परेशानियों में फंसे रहते हैं।।


ईशान दिशा-: 

उत्तर पूर्व दिशा का टी पॉइंट वाला मकान आमतौर पर अशुभ नहीं माना जाता।।


आग्नेय दिशा-: 

 पूर्व और दक्षिण के बीच अर्थात आग्नेय कोण या दिशा का टी पॉइंट मकान अशुभ माना गया है। इस तरह के मकान में रहने वाले लोगों हो जीवन में बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।।


नैऋत्य दिशा-:

 दक्षिण-पश्चिम अर्थात नैऋत्य दिशा के बीच टी प्वांइट पर बना मकान लगभग अशुभ ही रहता है।।


वायव्य दिशा-: 

 उत्तर-पश्चिम अर्थात वायव्य दिशा का टी प्वांइट बुरा फल देने वाला होता है।।


🔯इस तरह के मकानों के वास्तु दोष निवारण के उपाय-: 


👉उत्तर, पूर्व, ईशान कोण के घर के आगे तुलसी का पौधा लगाएं, उसमें नित्य प्रतिदिन जल अर्पित करें और प्रतिदिन संध्या के समय दीपक जलाएं।।


👉उत्तर-पूर्व-ईशान दिशा के घर में इस दिशा में एक तांबे का जल का लोटा नित्य प्रति भरकर रखें।


👉 दक्षिण,पश्चिम,आग्नैय, नैऋत्य, वायव्य दिशा वाले घर के प्रवेश द्वार पर सामने की तरफ 6 इंच का एक अष्टकोण आकार का दर्पण लगा दें।।


👉सभी दिशा वाले घरों के आगे तांबे या अष्टधातु का 9×9 अंगुल का स्वास्तिक बनवा कर किसी शुभ मुहूर्त में अपने घर के आगे लगाएं।।


👉अच्छे शुभ मुहूर्त जैसे- दीपावली, होली, दशहरा, श्री गणेश चतुर्थी, सर्वार्थ सिद्धि, अमृत सिद्धि योग, अक्षय तृतीया आदि पर्व काल के अवसर पर गाय के शुद्ध देसी घी में थोड़ा सा सिंदूर मिलाकर घर के दरवाजों के दोनों तरफ स्वास्तिक निर्माण करें।।


👉 संध्या के समय अपने घर अंदर व दरवाजे के बाहर धूप व गूगल की धूनी दें।।


👉घर के आगे किसी भी तरह भी तरह का कचरा- गंदगी नहीं होने दे, हमेशा घर के आगे सफाई रखें।। 


👉नित्य प्रतिदिन घर के आगे तांबे के जल के लोटे में थोड़ा गंगाजल मिलाकर सुबह प्रातः काल घर के आगे व घर के भीतर छिड़के।


👉वास्तु दोष निवारण हेतु घर के आगे अशोक के पेड़ लगाएं व खुशबूदार फूल जैसे- गेंदा,गुलाब, गुड़हल आदि लगाएं।।


इस तरह के कुछ उपाय करने से सामने से आने वाली नकारात्मक उर्जा टकराकर वापस लौट जाएंगी और इसका प्रभाव आपके मकान व आपके परिवार पर नहीं पड़ेगा।। 


ज्योतिष, वास्तु व मुहूर्त संबंधित जानकारी के लिए आप संपर्क कर सकते हैं-:8949548644

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