lka 20/08/2019
भाद्रपद कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को देखें तो
ये 23 अगस्त को सुबह 8 बजकर 8 मिनट से 24 अगस्त को सुबह 8 बजकर 31 मिनट तक है।
Janmashtami 2019
भाद्रपद
कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को देखें तो ये 23 अगस्त को सुबह 8 बजकर 8 मिनट से 24 अगस्त को
सुबह 8 बजकर 31 मिनट तक है। कृष्ण जन्माष्टमी को
कृष्णाष्टमी, गोकुलाष्टमी, कन्हैया अष्टमी, कन्हैया आठे, श्रीकृष्ण
जयंती नामों से भी जाना जाता है। पूरे देश के अतिरिक्त जन्माष्टमी बांग्लादेश के
ढाकेश्वरी मंदिर व पाकिस्तान के कराची के स्वामीनारायण मंदिर में भी धूमधाम से
मनाई जाती है।
23 को जन्माष्टमी मनाने का कारण
इस बार अष्टमी तिथि और रोहिणी
नक्षत्र दोनों एक साथ नहीं बन रहे हैं। 23 अगस्त की रात 12 बजे से 1 बजे तक के
मुहूर्त में अष्टमी तिथि तो है, लेकिन रोहिणी नक्षत्र 24 अगस्त को
सूर्यादय से पहले 03:45 बजे शुरू होगा और 25 अगस्त को
सुबह 04:25 बजे समाप्त हो जाएगा, इस वजह से 23 अगस्त को ही
जन्माष्टमी पर्व माना जाएगा।
इनकी करें पूजा
जन्माष्टमी पूजन में देवकी, वासुदेव, बलदेव, नंद, यशोदा और
लक्ष्मी जी की पूजा विधिवत मंत्र जाप और आरती से करनी चाहिए।
दही-हांडी महोत्सव
इस अवसर पर महाराष्ट्र व गुजरात
में दही-हांडी महोत्सव भी धूमधाम से मनाया जाता है। भगवान कृष्ण की नगरी मथुरा में
अभी से रासलीलाओं का आयोजन शुरु हो गया है। बड़ी संख्या में भक्त राधारानी और
भगवान कृष्ण के दर्शन के लिए पहुंचते हैं।
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